इस पूरे ब्रह्मांड में मनुष्य ही एक ऐसा जीव है जिसे ईश्वर ने दिमाग के साथ-साथ उसे सोचने, समझने और निर्णय करने की क्षमता भी प्रदान की है, मनुष्य आज के जमाने में बुद्धि का उपयोग करते हुए आज कहां से कहां तक पहुंच गया है। मनुष्य ने अपने दिमाग का इस्तेमाल करके कई तरह के Digital उपकरण को बनाया और इन सभी उपकरणों का Control इंसान के द्वारा ही किया जाता है।
आज हम डिजिटल उपकरणों का उपयोग करके जीवन के कार्यों को आसान बनाते हैं। लेकिन वर्तमान में हम एक नई टेक्नोलॉजी को इस्तेमाल करने लग गए हैं जिनका नाम है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस! जी हां इसको को हिंदी भाषा में कृत्रिम बौद्धिक क्षमता वाला उपकरण भी कहा जाता है। यह Technology इंसानों की तरह समझने और निर्णय लेने की क्षमता रखती है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है?
मनुष्य की भांति कार्य करने वाली टेक्नोलॉजी को Artifical Intelligence कहा जाता है।आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का शॉर्ट नाम AI हैं। टेक्नोलॉजी में जिस तरह से इंसान किसी चीज को देखकर, छूकर, सुनकर, समझने की क्षमता रखता है, इसी तरह AI Technology के माध्यम से भी कार्य किए जा सकते हैं। जिन चीजों के साथ मनुष्य जिस तरह का व्यवहार करता, समझता है इसी तरह से कंप्यूटर के अंदर भी एक तरह का Intelligence Develop कराया जाता है।
जिस तरह मानव मस्तिष्क कार्य करता है, ठीक इसी तरह से कंप्यूटर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कार्य करता है। कंप्यूटर साइंस के कुछ वैज्ञानिकों ने AI की परिकल्पना दुनिया के सामने रखी थी। जिसमें उन्होंने बताया था कि AI कॉन्सेप्ट के द्वारा एक ऐसा कंप्यूटर कंट्रोल मशीन, एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाने की योजना बनाई जा रही है। जैसे मानव का मस्तिष्क सोचता है ठीक उसी तरह का कार्य कंप्यूटर द्वारा कराया जाएगा। इसी वजह से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की प्रगति पर जोर दिया जा रहा है।
कंप्यूटर साइंस में मशीन को AI learning के नाम से जाना जाता है। Machine learning AI का एक हिस्सा हैं। यह सिस्टम को अपने अनुभव से अपने आप ही सीखने और खुद को इंप्रूव करने की क्षमता देता है।
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AI की शुरुआत किसने की ?
जब मनुष्य कंप्यूटर पर विभिन्न प्रकार के प्रयोग कर रहा था तभी मनुष्य के दिमाग में यह सवाल आया, कि एक ऐसी मशीन का विकास किया जाए जो इंसानों की तरह सोचने, समझने और निर्णय लेने में सक्षम हो। इसी सवाल से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विकास की शुरुआत हुई।
सबसे पहले AI शब्द का इस्तेमाल जॉन मैकार्थी ने 1995 में किया। वह एक अमेरिकन कंप्यूटर साइंटिस्ट थे। इसी वजह से उन्हें फादर ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के नाम से भी जाना जाता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग कहां किया जाता है?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को टेक्नोलॉजी और बिजनेस के क्षेत्र में काफी उपयोग में लिया जा रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर के कई विशेषज्ञों ने और इंडस्ट्रीज ने भविष्य माना है, तो किसी ने इनको वर्तमान माना है। वर्तमान में कई कंपनियों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काफी निवेश किया है आज हम कई प्रॉडक्ट्स और एप्स के तहत AI को उपयोग में ले रहे हैं।
हम अपने चारों तरफ देखें तो हम पाएंगे कि यह हमारा भविष्य नहीं बल्कि वर्तमान है। टेक्नोलॉजी के विकास के साथ आज हम किसी न किसी तरीके से AI से जुड़े हुए हैं और इसका इस्तेमाल भी कर रहे हैं। आज हम आपको अभी के समय में उपलब्ध होने वाले कुछ उदाहरण देते हैं।
- एप्पल मोबाइल में एक एप्लीकेशन होता है जिसका नाम है सिरी, आप सिरी से बहुत सारी आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। सीरी एप्लीकेशन में आप मनपसंद जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- AI टेक्नोलॉजी को गूगल अपने कई क्षेत्रों में इस्तेमाल करता है। लेकिन AI का सबसे अच्छा इस्तेमाल गूगल मैप में हुआ है। गूगल मैप के माध्यम से हम अपने लोकेशन को ट्रैक कर सकते हैं, और इससे हमें सही रास्ते एवं रूट की जानकारी मिलती हैं।
- बिजनेस, ई-कॉमर्स वेबसाइट अमेजॉन ने भी एक ऐसा ही रिवॉल्यूशनरी प्रोडक्ट लॉन्च किया है। जिसका नाम है एलेक्सा। यह प्रोडक्ट ऑडियो बुक पढ़ सकता है, ट्रैफिक और मोसम का हाल भी बता सकता है।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल ऑटोमोबाइल्स के क्षेत्र में भी उपयोग में लिया जा रहा है, इसका उदाहरण है टेस्ला। टेस्ला कार को आप जानते ही होंगे, इस कार में आपको Self Driving जैसे Features उपलब्ध हो जाएंगे। आने वाले समय में कई ऐसे उदाहरण आपको मिल जाएंगे जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल किया हुआ होगा।
- AI का इस्तेमाल Manufacturing Industry में बहुत जोरों शोरों से होने लगा है। पहले समय में जो काम मजदूरों की सहायता से किया जाता था, उनकी जगह आज मशीन ने ले ली है और कई दिनों का काम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से कुछ घंटो में किया जा रहा है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे।
अब हम आपको बताएंगे की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्या फायदे हैं
- आर्टिफिशियल एजेंसी के माध्यम से हम अपने काम को बिना गलती किए Accuracy तरीके से कर सकते हैं।
- AI के माध्यम से हमें तेजी से निर्णय लेने की क्षमता और जल्दी से कार्य करने में सहायता मिलती हैं मनुष्य की तरह मशीन को Rest की आवश्यकता नहीं होती, इस मशीनों की वजह से Product में बढ़ोतरी कर सकते हैं।
- मशीनों में इंसानों की तरह ना तो थकावट होती है ना ही Boring होते है। जिस वजह से लगातार कार्य कर सकतें हैं।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को रक्षा स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर के इस्तेमाल भी किया जा सकता है। कृषि के क्षेत्र में AI इस्तेमाल किया जा सकता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्या नुकसान है?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जितने फायदे हैं, उतने ही ज्यादा नुकसान हो सकते हैं।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से सबसे ज्यादा नुकसान मनुष्य को होगा, क्योंकि मनुष्य के स्थान पर मशीन काम करने लग जाएगी जिससे मनुष्यों को कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
- आने वाले समय में इन पर नियंत्रण नहीं किया गया तो AI मशीन स्वयं निर्णय लेने लग जाएगी। मनुष्य के लिए बहुत ही हानिकारक हो जाएगा। सोचने, समझने वाले रोबोट अगर किसी कारण या परिस्थिति में मनुष्य को अपना दुश्मन मानने लगे तो मानवता के लिए खतरा पैदा हो सकता है।
- Al मशीनों के निर्माण के लिए भारी लागत की आवश्यकता हो सकती हैं। कई सारी नौकरियां खतरे में हो सकती हैं जिससे मनुष्य पर सीधा प्रभाव पड़ेगा। भविष्य में बेरोजगारी की समस्या और भी बढ़ने वाली है।
- गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा है, कि जिस तरह से हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर रहे हैं अगर इसके जोखिम से बचने का उपाय नहीं ढूंढा तो आने वाले समय में इसके परिणाम और भी घातक हो सकते हैं।